बिना स्टॉप लॉस के ट्रेडिंग में सिर्फ प्रॉफिट कैसे निकालें?

राजेश पालशेतकर
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बिना स्टॉप लॉस के ट्रेडिंग करना बेहद जोखिम भरा हो सकता है, क्योंकि अगर मार्केट आपके खिलाफ चली गई, तो बड़ा नुकसान हो सकता है। लेकिन अगर आप सही रणनीति अपनाते हैं, तो बिना स्टॉप लॉस के भी कम रिस्क में ज्यादा प्रॉफिट निकाल सकते हैं।


🔹 1️⃣ हेजिंग (Hedging) का इस्तेमाल करें

📌 क्या है?
हेजिंग में आप एक साथ अपसाइड और डाउनसाइड दोनों साइड की पोजीशन रखते हैं, ताकि नुकसान कम हो और प्रॉफिट बना रहे।

📌 कैसे करें?
✔ अगर आपको स्टॉक या इंडेक्स बुलिश (ऊपर जाने वाला) लगता है, तो आप उसमें लॉन्ग (Buy) करें और साथ में किसी कमजोर स्टॉक या ऑप्शन को शॉर्ट करें।
✔ इससे अगर मार्केट गिरे भी, तो दूसरे ट्रेड से नुकसान कम होगा।

उदाहरण:

  • आपने NIFTY में Buy किया और साथ में Bank NIFTY में Short किया
  • अगर मार्केट गिरी, तो Bank NIFTY का शॉर्ट प्रॉफिट देगा।
  • अगर मार्केट ऊपर गई, तो NIFTY का Buy प्रॉफिट देगा।

🔹 2️⃣ स्केलिंग इन और स्केलिंग आउट टेक्निक

📌 क्या है?

  • एक ही समय पर पूरी कैपिटल इन्वेस्ट करने के बजाय, धीरे-धीरे अलग-अलग प्राइस पॉइंट्स पर एंट्री और एग्जिट करें।
  • इससे रिस्क कम होगा और सही लेवल पर एंट्री मिल सकेगी।

📌 कैसे करें?
Step 1: अगर कोई स्टॉक ₹100 पर है और आपको Buy करना है, तो पूरी कैपिटल लगाने की बजाय, ₹100 पर 25%, ₹98 पर 25%, ₹96 पर 25% और ₹94 पर 25% इन्वेस्ट करें।
Step 2: जब स्टॉक ऊपर जाए, तो धीरे-धीरे प्रॉफिट बुक करें।

फायदा:

  • मार्केट अगर थोड़ा गिरता भी है, तो आपको बेहतर एंट्री मिलेगी।
  • बिना स्टॉप लॉस के भी आप रिस्क कंट्रोल कर सकते हैं।

🔹 3️⃣ प्रॉफिट टारगेट और ट्रेलिंग एग्जिट सेट करें

📌 क्या है?
अगर स्टॉप लॉस नहीं लगाना है, तो आपको फिक्स प्रॉफिट टारगेट सेट करना चाहिए और ट्रेलिंग एग्जिट का इस्तेमाल करना चाहिए।

📌 कैसे करें?
✔ जब भी आपका ट्रेड 3-5% प्रॉफिट में आ जाए, तो 50% क्वांटिटी निकाल लें और बाकी को ट्रेलिंग स्ट्रेटेजी के साथ होल्ड करें।
Trailing Exit: जैसे-जैसे प्राइस ऊपर जाती है, आप एग्जिट पॉइंट को भी ऊपर मूव करते जाएं।

उदाहरण:

  • आपने ₹100 पर शेयर खरीदा।
  • जब स्टॉक ₹110 तक गया, तो आपने 50% सेल कर दिया।
  • अगर स्टॉक ₹115 तक गया, तो आप बाकी 50% सेल कर सकते हैं।

🔹 4️⃣ हाई प्रॉबेबिलिटी सेटअप चुनें

📌 क्या है?
अगर आप बिना स्टॉप लॉस के ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो ऐसे सेटअप का चुनाव करें जो 70-80% समय सही साबित होता हो।

📌 कैसे करें?
Breakout Strategy: जब स्टॉक किसी स्ट्रॉन्ग रेजिस्टेंस को तोड़े, तभी ट्रेड करें।
Moving Average Crossover: जब 50 EMA, 200 EMA को क्रॉस करे, तो एंट्री लें।
Support & Resistance Zones: मजबूत सपोर्ट के पास खरीदें और मजबूत रेजिस्टेंस के पास बेचें।

फायदा:
अगर आप सिर्फ हाई-सक्सेस रेट वाले सेटअप में ट्रेड करेंगे, तो बिना स्टॉप लॉस के भी नुकसान कम होगा।


🔹 5️⃣ लो वोलैटिलिटी स्टॉक्स और ऑप्शंस चुनें

📌 क्या है?
अगर स्टॉप लॉस नहीं लगाना है, तो ऐसे स्टॉक्स चुनें जिनमें अचानक बड़े मूव्स न आएं।

📌 कैसे करें?
Large Cap Stocks: जैसे Reliance, HDFC, TCS, Infosys, क्योंकि ये स्टेबल होते हैं।
Low IV Options: ऑप्शन ट्रेडिंग में कम वोलैटिलिटी वाले स्ट्राइक प्राइस चुनें।
Blue Chip Stocks: ज्यादा सेफ होते हैं और इनमें सर्किट लगने का खतरा कम होता है।

फायदा:
अचानक बड़े नुकसान से बच सकते हैं और आराम से प्रॉफिट निकाल सकते हैं।


🔹 6️⃣ न्यूज़ और इवेंट्स से बचें

📌 क्या है?
अगर स्टॉप लॉस नहीं है, तो बड़ी न्यूज़ और इवेंट्स से दूर रहें, क्योंकि इनसे मार्केट में अचानक तेज मूवमेंट आ सकता है।

📌 कैसे करें?
✔ रिजर्व बैंक की पॉलिसी, बजट, कंपनी रिजल्ट, फेडरल रिजर्व मीटिंग जैसे इवेंट्स के दौरान ट्रेडिंग से बचें।
✔ अगर कोई इवेंट आने वाला है, तो पहले ही पोजिशन एग्जिट कर दें।

फायदा:
अनएक्सपेक्टेड मूव से बच सकते हैं और बिना स्टॉप लॉस के भी सेफ रह सकते हैं।


🔹 7️⃣ सिर्फ लॉन्ग-टर्म पोजिशनल ट्रेड करें

📌 क्या है?
अगर स्टॉप लॉस नहीं लगाना है, तो इंट्राडे और शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग से बचें और लॉन्ग-टर्म पोजिशनल ट्रेड करें।

📌 कैसे करें?
Strong Fundamental Stocks खरीदें।
Short Term की जगह 3-6 महीने का व्यू रखें।
✔ अगर स्टॉक गिर भी जाता है, तो Buy & Hold Strategy अपनाएं।

फायदा:
अगर स्टॉक नीचे भी जाता है, तो भी लॉन्ग-टर्म में रिकवरी की संभावना बनी रहती है।


📌 निष्कर्ष (Conclusion)

बिना स्टॉप लॉस के ट्रेडिंग करना जोखिम भरा है, लेकिन अगर आप सही रणनीति अपनाते हैं, तो आप सिर्फ प्रॉफिट निकाल सकते हैं:

हेजिंग का इस्तेमाल करें।
पूरी कैपिटल एक साथ इन्वेस्ट न करें, बल्कि धीरे-धीरे खरीदें और बेचें।
फिक्स प्रॉफिट टारगेट सेट करें और ट्रेलिंग एग्जिट अपनाएं।
सिर्फ हाई प्रॉबेबिलिटी ट्रेडिंग सेटअप फॉलो करें।
कम वोलैटिलिटी वाले स्टॉक्स और ऑप्शंस चुनें।
बड़ी न्यूज़ और इवेंट्स से बचें।
लॉन्ग-टर्म पोजिशनल ट्रेडिंग पर फोकस करें।

💡 अगर आपको इस स्ट्रेटेजी में कोई डाउट है, तो पूछ सकते हैं! 😊📈

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