फ़ॉरेक्स मार्केट विदेशी मुद्रा व्यापार से जुड़ा है जबकि भारतीय मार्केट शेयरों के व्यापार से संबंधित है। फ़ॉरेक्स मार्केट 24 घंटे खुला रहता है, जिससे ज़्यादा ट्रेडिंग के अवसर मिलते हैं, लेकिन इसमें उच्च जोखिम भी शामिल है क्योंकि इसमें उच्च आवृत्ति वाले संस्थान और पेशेवर व्यापारी भी शामिल होते हैं। भारतीय शेयर बाज़ार अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है।
भारतीय नागरिकों को शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहिए, क्योंकि यह ज़्यादा सुरक्षित विकल्प है। हालांकि, अगर किसी को आक्रामक ट्रेडिंग में दिलचस्पी है तो फ़ॉरेक्स मार्केट एक विकल्प हो सकता है। लेकिन सफलता के लिए बाज़ार की उचित जानकारी और जोखिम प्रबंधन बहुत ज़रूरी है। किसी भी बाज़ार में सफलता के लिए उचित ज्ञान और सावधानीपूर्वक जोखिम प्रबंधन, सही मानसिकता आवश्यक है, इसे जुआ नहीं माना जाना चाहीए। चाहे वह शेयर बाज़ार हो या फ़ॉरेक्स। लेवरिज का उपयोग संयमित तरीके से किया जाना चाहिए।